SSD का पूरा नाम है Solid State Drive, जिसे हिंदी में ठोस अवस्था ड्राइव कहा जाता है। यह एक आधुनिक स्टोरेज डिवाइस है जो कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल और अन्य डिवाइस में डेटा स्टोर करने के लिए इस्तेमाल होती है।
SSD क्या है?
SSD एक ऐसा स्टोरेज डिवाइस है जिसमें कोई घूमने वाला हिस्सा नहीं होता, जबकि पारंपरिक हार्ड डिस्क (HDD) में घूमती हुई डिस्क और हेड होता है। SSD में फ्लैश मेमोरी का उपयोग होता है, जिससे यह तेज़ी से डेटा पढ़ और लिख सकता है।
SSD के फायदे:
1. बहुत तेज़ स्पीड:
SSD की पढ़ने और लिखने की गति HDD से कई गुना अधिक होती है। कंप्यूटर या लैपटॉप जल्दी स्टार्ट होता है और सॉफ्टवेयर तेज़ी से खुलते हैं।
2. कोई मूविंग पार्ट्स नहीं:
इसमें कोई चलने वाला हिस्सा नहीं होता, इसलिए यह शांत, कम गर्म और टिकाऊ (durable) होती है।
3. लो पावर कंजंप्शन:
SSD बिजली की कम खपत करती है, जिससे लैपटॉप की बैटरी ज्यादा समय तक चलती है।
4. झटकों और गिरने से कम नुकसान:
SSD गिर जाए या हिल जाए तो भी इसमें स्टोर डेटा सुरक्षित रहता है, क्योंकि यह मैकेनिकल नहीं होती।
SSD के प्रकार:
• SATA SSD:
पुराने सिस्टम के लिए, स्पीड HDD से तेज़ लेकिन NVMe से धीमी।
• NVMe SSD (PCIe SSD):
सबसे तेज़ SSD होती है, गेमिंग और हाई-परफॉर्मेंस कामों के लिए बेहतर।
• M.2 और U.2 SSD:
ये आकार में छोटे होते हैं और लैपटॉप/अल्ट्राबुक्स में इस्तेमाल होते हैं।
SSD और HDD में अंतर। :
विशेषता SSD HDD
स्पीड बहुत तेज़ धीमी
मूविंग पार्ट्स नहीं हाँ
टिकाऊ अधिक कम
कीमत महँगी सस्ती
साइज. हल्की और छोटी भारी और बड़ी
निष्कर्ष:
अगर आप चाहते हैं कि आपका कंप्यूटर तेज़ चले, जल्दी बूट हो, और सॉफ्टवेयर स्मूथ चलें — तो SSD एक बेहतरीन विकल्प है। आजकल ज़्यादातर नए लैपटॉप SSD के साथ ही आते हैं।